गन्ने की मोटाई लम्बाई बढाए : सिर्फ कुछ बातो का ध्यान रखकर

गन्ने की मोटाई लम्बाई कैसे बढाए :– उत्तर प्रदेश में गन्ने की फसल को लेकर एक चौंकाने वाली बात सामने आई है, कई किसान गन्ने की उपज बढ़ाने के लिए शराब और डिटर्जेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं. दरअसल , कृषि विशेषज्ञों के अंतर्गत इन तथ्यों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, लेकिन फिर भी किसान इस नई नई ‘तकनीक’ का धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं. किसान भाइयों का मानना है कि शराब एवं डिटर्जेंट का गन्ने की फसल पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। फसल में कीट नहीं लगने से उपज में बहुत वृद्धि होती है। कुछ किसान महंगे कीटनाशक होने की जगह पर यूरिया में ऑक्सीटोसिन मिला रहे हैं। मेरठ ग्रामीण इलाकों में अधिकतर असर दिखाई पड़ रहा है।

गन्ना बोने से पहले रखें इन बातों का ध्यान

  • सबसे पहले किसान भाई अपनी फसल से खरपतवार को अलग कर लें।
  • गन्ने की खेती में किसान निराई अथबा गुड़ाई कर खरपतवार निकाल सकते हैं।
  • बिजाई से पहले देशी हल से 5-6 जुताई कर लेनी चाहिए, क्योंकि बिजाई के टाइम खेत में नमी होना आबश्यक है।
गन्ने की मोटाई लम्बाई बढाए
गन्ने की मोटाई लम्बाई बढाए

गन्ने की खेती में सिंचाई का पर्याप्त प्रबंधन करें।

गन्ने की मोटाई लम्बाई कैसे बढाए :गन्ने की खेती करने वाले किसान भाई इसकी मोटाई अथबा लंबाई बढ़ाने के लिए बिभिंन तरह की खाद एवं उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं। कई बार खाद और खाद की सही जानकारी न होने के कारण किसानों को उचित लाभ नहीं मिल पाता है। अगर आप गन्ने की खेती कर रहे हैं और गन्ने की मोटाई और लंबाई बढ़ाना चाहते हैं तो इस वीडियो को ध्यान से देखें। अगर आपको इस वीडियो में दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो हमारे इस पोस्ट को लाइक करें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के तहत पूछ सकते हैं। कृषि से सम्बंधित जानकारी के लिए whatsapp GROUP से जुड़ सकते हैं।

गन्ने को गाढ़ा करने के लिए क्या डालें?

किसानों के अनुसार कोराजन गन्ने की खेती के लिए एक बेहतरीन कीटनाशक है। इसके प्रयोग से न केवल गन्ने की फसल अच्छी होती है, बल्कि गन्ना लम्बा और मोटा भी पैदा होता है। इसलिए इन दिनों किसान गन्ने की फसल के लिए कोरजन का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।

गन्ने की खेती के लिए किस प्रकार की जमीन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए?

गन्ना बोने से पहले जमीन की अच्छी तरह से जुताई एवं उपचार कर लेना चाहिए क्योंकि जिस खेत में गन्ने की फसल लगाई जा रही हो उस खेत को बार बार छेड़ा नहीं जाना चाहिए और किसान को यह ध्यान रखना चाहिए कि खेत समतल हो ना कि ऊपर और नीचे हो। इसलिए पहाड़ी इलाकों में गन्ने की खेती को नहीं कि जा सकती क्योंकि वहां की भूमि ढालू है। किसान अपने खेत में जैविक खाद का इस्तेमाल करें. इसके साथ ही किसान भाई गोबर को सड़ाकर उसे लास्ट जुताई से पहले खेतों में डालें . बुवाई करते समय दो बीजों के बीच की दूरी बनाएं. गन्ने के बीज को ज्यादा बुवाई करें, क्योंकि इससे गन्ना धीर-धीरे बढ़ता है एवं उसका वजन भी ज्यादा रहता है.