Business Idea For Farmers: किसान खेती के साथ शुरू करें ये बिजनेस, नहीं होगी पैसों की कमी

Business Idea For Farmers: किसान खेती के साथ शुरू करें आपको पैसे कि कमी नही होगी आज हम आपको 3 ऐसे  Business Idea के बारे में बतायेंगे आपको इसके बारे में सब जानकारी हमारी इस पोस्ट में दी गई है आप इसको जरुर पढ़े

आटा चक्की का व्यवसाय

गांवों में पशुओं के लिए विभिन्न प्रकार के अनाज और उसके आटे तथा चूरा की मांग हमेशा बनी रहती है। ऐसे में आप अपने घर पर आटा चक्की यूनिट स्थापित कर सकते हैं. अगर आपके पास अपना ट्रैक्टर है तो आप ट्रैक्टर आटा चक्की लाकर भी इसे शुरू कर सकते हैं। इस व्यवसाय से आप खेती के साथ-साथ अतिरिक्त कमाई करके अपनी छोटी-छोटी दैनिक जरूरतों को भी पूरा कर सकेंगे।

वैसे तो ऐसा कोई भी नहीं होगा जो आटा चक्की के बारे में नहीं जानता हो. फिर भी जो लोग शहर में रहते हैं, उन्हें आटा मुश्किल से ही मिल पाता है. क्योंकि शहरों में आटा, मसाले, मैदा, बेसन, सूजी आदि सभी सीधे पैक मार्केट में बिकते हैं। लेकिन गांव में ज्यादातर लोग गेहूं, चावल, चना, मसाले आदि पीस कर खाते हैं. इस प्रकार जिस स्थान पर गेहूँ, दालें, चावल आदि पाए जाते हैं, उसे आटा चक्की या आटा चक्की कहते हैं।

मुर्गापालन व्यवसाय

देश के ग्रामीण और शहरी इलाकों में मांस और अंडे की मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। आप पोल्ट्री फार्मिंग या पोल्ट्री फार्म का व्यवसाय शुरू करके भारी मुनाफा कमा सकते हैं। स्थानीय बाजार में मुर्गियां और अंडे भी अच्छे दामों पर उपलब्ध होते हैं और इनकी मांग साल भर बनी रहती है।सरकार कई योजनाओं के माध्यम से किसानों को इस व्यवसाय के लिए सब्सिडी और बैंकों से सस्ती दर पर ऋण लेने की सुविधा भी प्रदान करती है। ऐसे में मुर्गी पालन आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है.

नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) द्वारा तैयार किए गए मॉडल प्रोजेक्ट के मुताबिक, अगर आप पोल्ट्री ब्रॉयलर फार्मिंग करना चाहते हैं और कम से कम 10,000 मुर्गियों के साथ बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको 4 से 5 लाख रुपये का इंतजाम करना होगा. क्या होगा।

वैसे तो ऐसा कोई भी नहीं होगा जो आटा चक्की के बारे में नहीं जानता हो. फिर भी जो लोग शहर में रहते हैं, उन्हें आटा मुश्किल से ही मिल पाता है. क्योंकि शहरों में आटा, मसाले, मैदा, बेसन, सूजी आदि सभी सीधे पैक मार्केट में बिकते हैं।

लेकिन गांव में ज्यादातर लोग गेहूं, चावल, चना, मसाले आदि पीस कर खाते हैं. इस प्रकार जिस स्थान पर गेहूँ, दालें, चावल आदि पाए जाते हैं, उसे आटा चक्की या आटा चक्की कहते हैं।

जबकि बैंक आपको 75 फीसदी यानी 27 लाख रुपये तक का लोन देगा. अगर आप 10,000 मुर्गियों के साथ पोल्ट्री लेयर फार्मिंग करना चाहते हैं तो आपको 10 से 12 लाख रुपये का इंतजाम करना होगा और बैंक आपको 40 से 42 लाख रुपये का लोन दे सकता है. बैंक से आसानी से लोन पाने के लिए नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विस की मदद भी ली जा सकती है.

डेयरी उद्योग

डेयरी फार्मिंग खोलने के लिए उद्यमी अपनी पसंद की गाय, भैंस की नस्ल चुन सकते हैं। इसके लिए सरकार द्वारा एक ऑनलाइन वेबसाइट भी जारी की गई है, सभी इच्छुक उम्मीदवार पशुपालन एवं डेयरी विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी पसंद की गाय, भैंस खरीद सकते हैं, जिसकी पूरी जानकारी पोर्टल पर दी गई है।बढ़ती जनसंख्या के साथ-साथ दूध और दूध से बने उत्पादों की मांग भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है कई बड़ी कंपनियां इस कारोबार में लगी हैं,

लेकिन ग्रामीण इलाकों तक उनकी पहुंच अब तक नहीं हो पाई है. ऐसे में आप अपने गांव में डेयरी फार्म बिजनेस शुरू कर मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. खेती के साथ-साथ आप 10-12 जानवरों के साथ डेयरी फार्म भी खोल सकते हैं. अगर आप कुछ देसी गाय पालते हैं तो आपको बाजार में दूध की ऊंची कीमत मिल सकती है। इसके अलावा पशुओं के गोबर का उपयोग खेत में जैविक खाद के रूप में भी किया जाएगा।